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आयुर्वेद का आहार विज्ञान: क्या, कब और कैसे खाएं?

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आजकल जो हम खा रहे हैं वो सिर्फ पेट भरने के लिए खा रहे हैं, जो आहार हम लेते हैं वो ना तो हमारे शरीर के लिए सही है और ना ही हमारे मन के लिए। आयुर्वेद के अनुसार अच्छा आहार ही सबसे बड़ी औषधि है। आप जो भी खाते हो वो आपके शरीर का हिस्सा बन जाता है। इस लिए आपके भोजन का चयन बेहतरीन होना चाहिए।  उदाहरण के लिए: अगर आप चाहते हैं कि आपकी गाड़ी अच्छी तरह से चले तो उसके लिए आपको उस गाड़ी में सबसे बेहतरीन ईंधन भरना होगा, तभी वह गाड़ी सालों साल बेहतरीन ढंग से चल पाएगी। ठीक इसी प्रकार आपको आपके शरीर का ध्यान रखना होगा। अगर आप सही समय पर, सही ढंग से और संतुलित मात्रा में भोजन करते हैं तो आप जीवन में कभी बीमार नहीं पड़ेंगे और आपको कभी भी डॉक्टर का चेहरा नहीं देखना पड़ेगा। इस लेख में हम जानेंगे कि आयुर्वेद के अनुसार आपको क्या खाना चाहिए, कब खाना चाहिए और कैसे खाना चाहिए, ताकि आप एक स्वस्थ और लंबी आयु पा सकें। क्या खाएं? (आयुर्वेदिक आहार के सिद्धांत) भोजन केवल पेट भरने का जरिया नहीं होना चाहिए, आपका भोजन ऐसा होना चाहिए, जोकि आपको भरपूर पोषण दे, रोगों से बचाए, और आपके शरीर एवं मन को बेहतर बनाए।  आय...

स्वस्थ, सफल और संतुलित जीवन के लिए आदर्श दिनचर्या और जीवन शैली

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मनुष्य की जीवन शैली और उनकी दिनचर्या बिलकुल अस्त व्यस्त हो चुकी है, लेकिन वो चाहते ये हैं कि वो स्वस्थ जीवन यापन करें। तो स्वस्थ जीवन जीने के लिए आपको आपकी दिनचर्या और जीवन शैली में सुधार करना होगा।  कई बार देखने में आता है कि बहुत सारे लोग उठते ही चाय पीते हैं, और इनमें से कुछेक ऐसे भी हैं जो उठने के बाद मुंह भी नहीं धोते, उन्हें उठते ही बेड पर चाय चाहिए। और कई बड़े उत्साह से कहते हैं कि हम तो "बेड टी" पीते हैं। तो ये मामला कतई ठीक नहीं है।  फिर कई लोग ऐसे भी होते हैं जो व्यायाम जरा भी नहीं करते, लेकिन सपने 6 पैक एब्स के देखते हैं।  कई बार लोग सारा दिन खाते रहते हैं और चाहते हैं कि हमें कोई बीमारी ना हो।  अब बहुत सारे लोग कहेंगे कि हमें तो दिन में समय ही नहीं मिलता, हमारे शरीर का ध्यान रखने के लिए, तो मैं उन लोगों से कहना  चाहता हूँ कि दोस्तों इस पृथ्वी पर सभी मनुष्यों के पास 24 घंटे ही होते हैं। आप अपने आप को ही ये बहाने देते हैं। और इनसे आपका ही नुकसान होता है।  चलो, आप लोगों को एक कटु सत्य बताता हूँ, कि "अंत में आपका शरीर ही आपके काम आएगा"। यही है, जो सद...

दिमाग तेज करने के उपाय

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दिमाग तेज करना इतना भी कठिन नहीं है, कि इसके लिए आपको कठोर मेहनत करनी होगी या लाखों रूपए खर्च करने पड़ें। दिमाग तो सभी मनुष्यों में होता है बस आपको उस दिमाग को स्वस्थ एवं संतुलित रखना होता है।  अगर आपका दिमाग संतुलित नहीं है, तो आपको निर्णय लेने में परेशानी होती है, जिसके कारण आपको लगता है कि आपका दिमाग या आपकी बुद्धि कम हो गई है। तो दिमाग तेज करने के बेहतरीन उपाय मैं आपको अभी आगे बताने जा रहा हूँ।  ध्यान और प्राणायाम करना  दिमाग तेज करने के लिए आपको प्रतिदिन सुबह और श्याम किसी एकांत जगह पर बैठकर ध्यान और प्राणायाम करना चाहिए। यदि हो सके सके तो पेड़ - पौधे, आदि प्रकृति में बैठकर ध्यान और प्राणायाम करें। इनके अभ्यास से आपका दिमाग बिलकुल शांत एवं संतुलित हो जाएगा। साथ ही आपको अपना मार्ग या पथ स्पष्ट रूप से दिखाई देगा और आपके जीवन के प्रति अच्छे एवं नए विचार भी प्राप्त होंगे।  दिमाग को तेज करने के लिए इन प्राणायमों का अभ्यास करें : दिमाग को तेज करने के लिए आप प्रतिदिन कपालभाति, भस्त्रिका, अनुलोम - विलोम और भ्रामरी प्राणायाम करें। इन प्राणायामों का अभ्यास आप कम से कम 30 मि...

ध्यान क्यों जरूरी है? इसके स्वास्थ्य लाभ और जीवन बदलने वाले फायदे जानें

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ध्यान लगाना बहुत ही जरुरी है, और खासकर आज के दौर में। क्योंकि आजकल आपके दिमाग को विचलित करने वाली बहुत सी चीजें आपके पास होती रहती हैं। उदाहरण के तौर पर देखें तो बहुत सारे भ्रामक दृश्य, जोकि आपको आपके लक्ष्य से भटकाते हैं, जैसे आजकल जो सोशल मीडिया पर चल रहा है, और साथ ही आप जो रील्स या अन्य शार्ट वीडियो देखते रहते हैं, इनसे आपके दिमाग पर बहुत बुरा असर पड़ता है।  इन सब कारणों से आपकी याद्दाश्त कम हो जाती है, और आप ज्यादा सोचने लगते हैं अर्थात् ओवरथिंकिंग के शिकार हो जाते हैं। आप अपने लिए और अपने परिवार के लिए सही फैसले नहीं ले पाते हैं, जिसका नतीजा आपको ही भुगतना पड़ता है।  मैडिटेशन या ध्यान करने के लाभ  बहुत सारे लोग डिप्रेशन, ओवेरथिंकिंग, तनाव, याद्दाश्त में कमी, काम में ध्यान न लगना, एकाग्रता की कमी, नींद की कमी आदि, सब चीजों से परेशान रहते हैं और इन सभी परेशानियों का उपचार ध्यान ही है।  अगर आप प्रतिदिन मात्र 10 मिनट तक भी मैडिटेशन कर लेते हैं तो आपको ऐसा महसूस होगा की आपके सिर से सारा भर उतरा गया है।  देखिए, आप सब को पता ही है कि आज के समय में ज्यादातर घरों मे...

ओवरथिंकिंग क्या है?, और इससे छुटकारा पाने के उपाय

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ओवरथिंकिंग आपकी जिंदगी बुरी तरह से बर्बाद कर सकती है, ऐसा ही कुछ मेरे साथ भी हुआ था, इस हिसाब से मैं समझ सकता हूं कि यह आपके जीवन को कितना बदतर बना सकती है।  अब आगे इस लेख में हम चर्चा करेंगे की ओवरथिंकिग क्या है?, यह आपके जीवन को किस प्रकार प्रभावित करती है, और फिर जानेंगे इससे छुटकारा पाने के उपाय। ओवरथिंकिंग किसे कहते हैं इसे हम आसान भाषा में समझते हैं, ओवरथिंकिंग का मतलब है, किसी भी विषय पर अत्यधिक सोचना या बेमतलब ही सोचते रहना। जब आप किसी बात के बारे में अत्यधिक सोचने लगते हैं, या आपको किसी बात के होने का डर है, और आप उस बात को सोच - सोच कर अपने मन में इतना बड़ा बना लेते हैं कि उस बात के सिवाय आपको और कुछ नहीं दिखता, आप दुनिया से एकदम कट जाते हैं। इसे आप इस प्रकार भी समझ सकते हैं कि आप किसी कार्य को करने जा रहे हैं, लेकिन आप उस कार्य को करने से पहले उसके बारे में इतना सोच लेते हैं कि आपको वह काम पहाड़ तोड़ने जैसा लगने लगता है, अर्थात् वह काम आपको बहुत बड़ा लगने लगता है। ठीक इसी प्रकार एक और उदाहरण लें: किसी चीज की अत्यधिक कल्पना करते रहना भी ओवरथिंकिंग का हिस्सा है, यदि आप पड़...

प्रोटीन पाउडर लें या भोजन से ही प्रोटीन की जरूरत पूरी हो सकती है?

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ये संपूर्णतः आप पर निर्भर करता है, की आपका भोजन किस प्रकार का है, उससे कितना प्रोटीन आपको प्राप्त होता है। यदि आपके प्रोटीन की जरूरत, आपके भोजन से पूरी हो जाती है, तो आपको प्रोटीन पाउडर या व्हे प्रोटीन लेने की कोई अवश्यता नहीं है। और यदि आप भोजन से अपने प्रोटीन की जरूरत पूरी कर पा रहें हैं, तो आपको व्हे प्रोटीन ले लेना चाहिए, लेकिन ध्यान रहे प्रोटीन पाउडर उच्च गुणवत्ता वाला होना चाहिए।  भोजन से ही करें प्रोटीन की जरूरत पूरी सबसे पहले तो अपने भोजन की जांच करें, की उसमें कितना प्रोटीन है, कितना कार्बोहाइड्रेट है, और कितने विटामिन्स हैं। फिर अगर आपके भोजन में प्रोटीन की मात्रा कम लगे तो, आप अपने भोजन में और अधिक प्रोटीन युक्त भोजन को शामिल करें। कुछेक उच्च प्रोटीन युक्त भोजन इस प्रकार हैं : दूध, दही, पनीर, टोफू, चना, मूंग, उड़द ( सभी प्रकार की दालें), राजमा, बादाम, काजू, अखरोट, मूंगफली, मटर, सोया चंक्स, आदि। अगर आप इन्हें अपने भोजन में जोड़ते हैं, तो आपकी प्रोटीन की जरूरत पूरी हो जाएगी। भोजन से प्रोटीन की पूर्ति करने का सबसे बड़ा फायदा यह भी है, की आपको प्रोटीन के अलावा और भी जरूरी न्...

आपको प्रतिदिन कितना प्रोटीन खाना चाहिए

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आपको प्रतिदिन संतुलित मात्रा में प्रोटीन का सेवन करना चाहिए। वैसे देखा जाए तो भारतीय भोजन में ज्यादातर कार्बोहाइड्रेट होता है, लेकिन हमें प्रोटीन युक्त भोजन लेना आवश्यक है, तो आप अपने आहार को जांचें की उसमें कितनी मात्रा में प्रोटीन है। प्रोटीन कितनी मात्रा में लेना चाहिए अगर बात करें, की हमें प्रतिदिन कितनी मात्रा में प्रोटीन लेना चाहिए, तो इसका सीधा सा जवाब है, की आप अपने शरीर के प्रति किलोग्राम के हिसाब से 0.8 ग्राम प्रोटीन लेना तो अति आवश्यक है। ये मात्रा उन लोगों के लिए है, जोकि ज्यादा शारीरिक श्रम नहीं करते। इतनी मात्रा में प्रोटीन तो हर उम्र के लोगों के लिए लेना जरूरी है। अगर आप इतना प्रोटीन लेते हैं, तो आपका शरीर एकदम सही ढंग से कार्य करेगा, और आप समय से पहले बूढ़े नहीं होंगे। फिर बात करें की अगर कोई इंसान ज्यादा शारीरिक श्रम करता है, या वह एक खिलाड़ी है, या फिर वह व्यायाम करता है, तो उसे प्रतिदिन, उसके शरीर के प्रति किलोग्राम के हिसाब से 1.2 ग्राम से लेकर 1.8 ग्राम तक प्रोटीन लेना चाहिए। जिससे की आपके शरीर को ज्यादा थकावट नही होगी, और आपके शरीर की मांसपेशियां एकदम मजबूत हो जाए...

प्रोटीन हमारे शरीर के लिए क्यों जरूरी है

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आजकल ज्यादातर लोग प्रोटीन के बारे में जागरूक होना चाह रहे हैं, जोकि बहुत ही अच्छी बात है। लोगों में ये सजगता तो होनी ही चाहिए की वो क्या खा रहे हैं, और क्या उनके द्वारा खाया हुआ, उनके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होगा?  लेकिन इस मामले में एक और परेशानी भी है, और वो ये है, की ज्यादातर लोग या कह लें की युवक प्रोटीन को केवल मांसपेशियों को बढ़ाने के नजरिए से ही देखते हैं। वो लोग प्रोटीन के अतिरिक्त फायदों को जानना नहीं चाहते।  और मेरा ये मानना है, की यदि आप प्रोटीन युक्त भोजन करने के सभी फायदों को जान लेंगे, तो आपकी चेष्टा, प्रोटीन के प्रति और बढ़ जाएगी। तो चलिए जानते हैं प्रोटीन युक्त भोजन करने के फायदे। प्रोटीन युक्त भोजन के फायदे  सबसे पहले तो सीधा - सीधा ये जान लें, की प्रोटीन युक्त भोजन करना आपके लिए बहुत ही जरूरी है। आप इस बारे में तो सोचे ही नहीं की प्रोटीन युक्त भोजन करें या नहीं। मेरी सलाह है, कि आप प्रोटीन युक्त भोजन अवश्य ही लें, प्रोटीन हर उम्र के लोगों के लिए बेहद जरूरी होता है। आपकी मांसपेशियाँ प्रोटीन की ही बनी होती हैं, इसलिए प्रोटीन युक्त भोजन सभी लोगों को करना च...

किन लोगों को योग करना चाहिए

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योग किसी एक उम्र, धर्म, जाति, लिंग और देश विशेष के लिए नहीं है। योग इस पृथ्वी पर मौजूद हर इंसान द्वारा, हर जगह किया जा सकता है। बशर्ते आपको योग, करना आना चाहिए। योग तो हर इंसान को अवश्य ही करना चाहिए। इसे हर उम्र के लोग कर सकते हैं, चाहे आप बुजुर्ग हों, युवा हों, या फिर बाल्यावस्था में हों। योग करना उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद होगा, जो बार - बार बीमार हो जाते हैं। अगर आपका वजन नहीं बढ़ता, तो भी आप योगासन अवश्य करें। फिर यदि आप अगर ज्यादा मोटे हैं तो भी योगाभ्यास करें। योगाभ्यास करने से आपको जरूर लाभ होगा। अगर आपका मानसिक संतुलन हिला हुआ है, तो भी आप योग अवश्य करें। योग से आपका दिमाग एकदम शांत हो जाएगा। जिससे की आप जीवन में अच्छे फैसले ले पाएंगे। अगर आप हमेशा क्रोध में रहते हैं, या फिर आपको हमेशा लगता है, की आप उलझे हुए हैं तो भी आपको योग अवश्य करना चाहिए। अगर आप आध्यात्म से जुड़ना चाहते हैं, तो भी आप योग एवम् प्रणायाम अवश्य करें। ऐसा करने से आप अवश्य ही जो पाना चाहते हैं, उसे पा लेंगे। अगर आपका मन ज्यादा विचलित रहता है, या किसी कार्य में मन नहीं लगता, तो भी योगासन अवश्य करें। अगर आपक...

योग के लाभ

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योग आपका शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास करता है। योग करने से आपको निम्न लाभ और फायदे होते हैं। योग करने से आप स्वस्थ रहते हैं। योग करने के लिए आपको किसी अन्य उपकरण या किसी मशीन की आवश्यकता नहीं होती। योग से इंसान का बौद्धिक विकास होता है। योग से असाध्य रोगों का भी इलाज संभव है। योग करने से आपका मन एकदम शांत हो जाता है। आसन करने से आपका शरीर भी एकदम सुंदर एवम् आकर्षक दिखता है। योग या आसन करने से आपकी हड्डियां भी बहुत मजबूत हो जाती हैं। योग, आसन एवम् प्रणायाम करने से आपके चेहरे पर जबरदस्त तेज आता है। इनके निरंतर अभ्यास से आपका शरीर एकदम फूल की तरह खिल जाता है। ज्यादातर आसन आपकी पाचन क्रिया को मजबूत करते हैं। और जैसा कि आपको पता है, ज्यादातर बीमारियां पेट से ही शुरू होती हैं। योग शास्त्र में कुछेक हस्त मुद्राएं भी बताई गई हैं, जिन्हें करने से भी आपकी बहुत सारी बीमारियां दूर हो जाती हैं। योग केवल आपको शारीरिक रूप से ही स्वस्थ नहीं रखता, अपितु अगर आप चाहें तो आपको आध्यात्म से भी जुड़ने में मदद करता है। बहुत सारे लोग सोचते हैं की आसन आपके शरीर को मांसल बनाने के लिए होते हैं, लेकिन ऐसा न...