बेहतर स्वास्थ्य के लिए भोजन एवं भोजन करने का सही ढंग

भोजन करते समय हमें इस बात का ख़ास ध्यान रखना चाहिए की हम किस प्रकार का भोजन कर रहे हैं। अगर हमें अपने शरीर को स्वस्थ एवं तंदुरुस्त रखना है, तो हमें हमेशा शुद्ध, सात्विक, ताजा और घर में पकाया हुआ भोजन ही ग्रहण करना चाहिए। साथ ही हमें ऐसा आहार लेना चाहिए, जिसमें लगभग सभी पोषक तत्व मौजूद हों। सबसे ज्यादा हमें ये ध्यान रखना है की जो भी आहार हम लेते हैं वो एक दूसरे के विरुद्ध न हो। 



अच्छे स्वास्थ्य हेतु आपको कभी - कभी अपने भोजन में कुछ न कुछ फेर बदल करते रहना चाहिए, यानी की हर रोज दलिया नहीं खाना, हर रोज खिचड़ी नहीं खानी, हर रोज एक ही तरह के आटे की रोटी नहीं खानी, हर रोज एक ही तरह के खाद्य तेल प्रयोग नहीं करना जैसे सरसों का तेल, तिल का तेल आदि, हमेशा एक ही तरह के  फल नहीं खाना, आदि। हमें भोजन बदल - बदल कर खाना चाहिए ताकि हमारे शरीर को सभी प्रकार के पोषक तत्व मिलते रहें और भोजन में रुचि बनी रहे।


अगर आप मधुर सुगंध वाला एवं रुचिकर भोजन करते हैं तो यह आपके शरीर के लिए अधिक लाभकारी होगा।  इस बात का ध्यान भोजन को पकाने वाला इंसान रखे की भोजन एकदम बेहतरीन स्वाद वाला बने। भोजन पकाने वाला इंसान अच्छे विचारों एवं प्रेम पूर्वक भाव से भोजन पकाए। आयुर्वेद में मधुर रस सबसे अधिक बलकारी माना गया है। 


आपको ऋतुओं के हिसाब से जो अन्न, फल एवं सब्जियां प्राप्त हो, उनका सेवन अवश्य करना चाहिए। जैसे गर्मियों में मुख्यतः तरबूज, खरबूज, आम, बेलगिरी, लीची, गेहूँ, खीरा, ककड़ी, आदि का प्रयोग करना चाहिए। बात करें सर्दियों की तो सर्दियों में मुख्य रूप से सेब, संतरा, अनार, अमरुद, बाजरा, पालक, पत्ता गोभी, मटर, मूली, गाजर आदि का सेवन अवश्य करें।  

 

जब से पाश्चात्य संस्कृति का प्रभाव बढ़ा है, तब से हम आपने भोजन में तेल एवं घी, मक्खन जैसी स्निग्ध चीजों का प्रयोग करना ही भूल गए हैं। आजकल लोग ये सोच रहे हैं की घी खाते ही हम बीमार पड़ जाएंगे। तो कृपया अपनी इस मानसिकता को बदलें और घी का सेवन अवश्य करें क्योंकि स्निग्ध चीजों को खाने से आपके शरीर में ऊर्जा बनी रहेगी, साथ ही शरीर के जोड़ मजबूत होंगे और शरीर में बल की वृद्धि होगी। वात दोष को शांत करने के लिए भी स्निग्ध चीजों का सेवन किया जाता है। आयुर्वेद में सभी रोगों का कारण वात दोष का विकृत होना बताया गया है। तो इससे आप समझ गए होंगे की स्निग्ध चीजों का सेवन करना हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है। 


फिर कई बार ऐसा भी देखा जाता है की बहुत सारे लोग जो बॉडी बनाने के इच्छुक होते हैं, वो अपने भोजन से स्निग्ध पदार्थों को बिल्कुल बाहर कर देते हैं। शायद वो सोचते हैं की ऐसा करने से हमारी तोंद निकल आएगी लेकिन ऐसा बिकुल भी नहीं होगा। आपको दिन में कम से कम कुछ मात्रा में घी एवं मक्खन का प्रयोग अवश्य ही करना चाहिए। जो लोग प्रोफेशनल बॉडीबिल्डिंग करते हैं उनकी बात अलग है। उन्हें अपनी मांसपेशियों ज्यादा प्रभावशाली ढंग से दिखानी पड़ती हैं।  


कई बार देखा जाता है की लोगों की आहर में प्रोटीन की कमी होती है, तो ऐसे में आपको ज्यादा प्रोटीन युक्त भोजन ग्रहण करना चाहिए जैसे की दूध, दही, छाछ, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियां और आपको मूंग दाल एवं चने की दाल आदि का प्रयोग करना चाहिए।     



निष्कर्ष : स्वस्थ रहने के लिए आपको हमेशा घर में बना हुआ शुद्ध एवं ताजा भोजन करना चाहिए और ज्यादा तले हुए एवं जंक फ़ूड से दूर रहें। 

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