पित्त दोष क्या है?, इसके असंतुलित होने के कारण लक्षण और उपाय

पित्त दोष मुख्यतः आपके शरीर में उष्णता को बढ़ाता या नियंत्रित करता है। अगर महाभूतों की बात करें तो उनमें अग्नि महाभूत के समान ही इसके कार्य हैं, लेकिन बिल्कुल एक जैसे नहीं हैं। पित्त दोष क्या है जब यह सम अवस्था में रहता है तो यह निम्न प्रकार से आपके शरीर में कार्य करता है। यह आपके शरीर में सभी सभी पाचक रसों को नियंत्रित करता है। यह आपके शरीर में सभी प्रकार की अग्नियों का नेतृत्व करता है। आपके भोजन को पचाने का कार्य भी यही करता है। आपके शरीर के तापमान को उसकी मूल अवस्था में बनाये रखता है। इंसान की भूख - प्यास को भी पित्त ही नियंत्रित करता है। आपकी भोजन में रूचि को बढ़ाता है। यह आपकी बुद्धि को तेज करता है। यह आपकी सम्पूर्ण शरीर की खूबसूरती को बढ़ता है। यह आपकी आँखों को रौशनी को बरक़रार रखता है। शरीर में मौजूद अतिरिक्त स्निग्धता को सोखता है। आपके खाये हुए भोजन को रस, रक्त, धातु, मांस, शुक्र एवं मज्जा के रूप में परिवर्तित करता है। शरीर में पित्त दोष का स्थान इंसान के शरीर में पित्त मुख्य्तः हृदय एवं नाभि के बीच में ...